वर्मी कंपोस्ट या केंचुआ खाद एक उत्तम जैविक उर्वरक है जो मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के साथ-साथ फसल की गुणवत्ता भी सुधारती है।
वर्मी कंपोस्ट क्या है?
वर्मी कंपोस्ट केंचुओं की सहायता से जैविक कचरे को सड़ाकर बनाई जाने वाली खाद है। यह प्रक्रिया प्राकृतिक है और इसमें कोई हानिकारक रसायन का उपयोग नहीं होता। केंचुए जैविक पदार्थों को खाकर उन्हें पचाते हैं और मल के रूप में उत्तम गुणवत्ता की खाद निकालते हैं।
वर्मी कंपोस्ट के फायदे
मिट्टी के लिए फायदे
- • मिट्टी की उर्वरता में वृद्धि
- • जल धारण क्षमता में सुधार
- • मिट्टी की संरचना में सुधार
- • सूक्ष्म जीवों की संख्या में वृद्धि
फसल के लिए फायदे
- • उत्पादन में 20-30% वृद्धि
- • फसल की गुणवत्ता में सुधार
- • रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
- • जड़ों का बेहतर विकास
आवश्यक सामग्री
मुख्य सामग्री:
- • केंचुए (आइसेनिया फेटिडा प्रजाति)
- • जैविक कचरा (सब्जी के छिलके, फल के छिलके)
- • गोबर (गाय या भैंस का)
- • सूखी पत्तियां
- • बालू या मिट्टी
उपकरण:
- • प्लास्टिक या सीमेंट का टैंक
- • छलनी या जाली
- • फावड़ा
- • पानी का छिड़काव करने वाला यंत्र
- • तापमापी (वैकल्पिक)
वर्मी कंपोस्ट बनाने की विधि
टैंक की तैयारी
3x2x1 फीट का प्लास्टिक या सीमेंट का टैंक लें। टैंक के तल में जल निकासी के लिए छोटे छेद करें। टैंक को छायादार स्थान पर रखें जहां सीधी धूप न आती हो।
बेड की तैयारी
टैंक के तल में 2-3 इंच मोटी बालू या छोटे कंकड़ की परत बिछाएं। इसके ऊपर सूखी पत्तियों की परत बिछाएं। फिर 4-5 इंच मोटी गोबर की परत डालें।
केंचुओं का डालना
प्रति वर्ग फीट में 100-200 केंचुए डालें। केंचुए डालने से पहले गोबर को 15-20 दिन तक सड़ने दें ताकि उसकी गर्मी कम हो जाए।
जैविक कचरे का डालना
रोजाना थोड़ा-थोड़ा जैविक कचरा डालते रहें। कचरे को छोटे टुकड़ों में काटकर डालें। प्याज, लहसुन, नींबू के छिलके न डालें।
नमी का रखरखाव
मिश्रण में 60-70% नमी बनाए रखें। जरूरत के अनुसार पानी का छिड़काव करें। अधिक पानी न डालें वरना केंचुए मर सकते हैं।
खाद की तैयारी
45-60 दिन में वर्मी कंपोस्ट तैयार हो जाती है। तैयार खाद का रंग काला-भूरा होता है और इसमें मिट्टी जैसी खुशबू आती है।
खाद की छनाई और भंडारण
छनाई की विधि:
- 1. तैयार खाद को धूप में 2-3 घंटे रखें
- 2. केंचुए नीचे चले जाएंगे, ऊपर की खाद निकाल लें
- 3. छलनी से छानकर बड़े टुकड़े अलग कर दें
- 4. केंचुओं को वापस नए बेड में डाल दें
उपयोग की मात्रा
सावधानियां
- • तापमान 15-25°C के बीच रखें
- • सीधी धूप से बचाएं
- • नमक, तेल, मांस, डेयरी उत्पाद न डालें
- • pH 6.5-7.5 के बीच रखें
- • चींटियों और अन्य कीटों से बचाव करें
- • अधिक पानी से बचें
आर्थिक लाभ
लागत-लाभ विश्लेषण:
प्रारंभिक लागत:
- • टैंक: ₹2,000-3,000
- • केंचुए: ₹500-1,000
- • अन्य सामग्री: ₹500
- • कुल: ₹3,000-4,500
वार्षिक आय:
- • वर्मी कंपोस्ट: ₹8,000-12,000
- • केंचुए बेचना: ₹2,000-3,000
- • कुल आय: ₹10,000-15,000
- • शुद्ध लाभ: ₹6,000-10,000
मुख्य बातें:
- • वर्मी कंपोस्ट सबसे उत्तम जैविक खाद है
- • घर पर आसानी से बनाई जा सकती है
- • कम लागत में अधिक लाभ
- • पर्यावरण के लिए अत्यंत लाभकारी