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फसल किस्में
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गेहूं की उन्नत किस्में और उनकी विशेषताएं

डॉ. संजय गुप्ता11 दिसंबर, 2024

गेहूं भारत की मुख्य खाद्य फसल है। उन्नत किस्मों का चुनाव करके किसान अपनी उत्पादकता और आय दोनों बढ़ा सकते हैं।

2024 की सर्वोत्तम गेहूं किस्में

HD-3086 (पूसा यशस्वी)

  • उत्पादन: 45-50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर
  • पकने की अवधि: 135-140 दिन
  • विशेषता: रोग प्रतिरोधी, उच्च प्रोटीन
  • उपयुक्त क्षेत्र: उत्तर भारत के मैदानी इलाके

DBW-187

  • उत्पादन: 48-52 क्विंटल प्रति हेक्टेयर
  • पकने की अवधि: 140-145 दिन
  • विशेषता: गर्मी सहनशील, अच्छी गुणवत्ता
  • उपयुक्त क्षेत्र: पंजाब, हरियाणा, राजस्थान

PBW-725

  • उत्पादन: 42-47 क्विंटल प्रति हेक्टेयर
  • पकने की अवधि: 130-135 दिन
  • विशेषता: कम पानी की आवश्यकता
  • उपयुक्त क्षेत्र: सिंचित क्षेत्र

WH-1105

  • उत्पादन: 40-45 क्विंटल प्रति हेक्टेयर
  • पकने की अवधि: 125-130 दिन
  • विशेषता: जल्दी पकने वाली, रस्ट प्रतिरोधी
  • उपयुक्त क्षेत्र: मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश

किस्म चुनने के मापदंड

मुख्य बातें:

  • जलवायु अनुकूलता: अपने क्षेत्र की जलवायु के अनुसार किस्म चुनें
  • सिंचाई सुविधा: पानी की उपलब्धता के अनुसार किस्म का चयन करें
  • मिट्टी का प्रकार: मिट्टी की गुणवत्ता के अनुसार उपयुक्त किस्म चुनें
  • बाजार मांग: स्थानीय बाजार में मांग के अनुसार किस्म का चुनाव करें

बुआई की तकनीक

1

बीज की मात्रा

सामान्यतः 100-125 किलो बीज प्रति हेक्टेयर पर्याप्त होता है।

2

बुआई का समय

नवंबर के दूसरे सप्ताह से दिसंबर के पहले सप्ताह तक।

3

कतार से कतार की दूरी

20-23 सेमी की दूरी रखें।

4

बुआई की गहराई

3-4 सेमी गहराई में बीज बोएं।

उर्वरक प्रबंधन

अनुशंसित उर्वरक मात्रा (प्रति हेक्टेयर):

120 किलो
नाइट्रोजन (N)
60 किलो
फास्फोरस (P)
40 किलो
पोटाश (K)

सिंचाई प्रबंधन

गेहूं की फसल में सामान्यतः 4-6 सिंचाई की आवश्यकता होती है। महत्वपूर्ण अवस्थाओं में सिंचाई करना जरूरी है:

  • पहली सिंचाई: बुआई के 20-25 दिन बाद (CRI अवस्था)
  • दूसरी सिंचाई: बुआई के 40-45 दिन बाद (कल्ले निकलते समय)
  • तीसरी सिंचाई: बुआई के 60-65 दिन बाद (गांठ बनते समय)
  • चौथी सिंचाई: बुआई के 80-85 दिन बाद (फूल आते समय)

सावधानियां:

  • • अधिक सिंचाई से बचें, इससे जड़ सड़न हो सकती है
  • • दाना भरते समय पानी की कमी न होने दें
  • • सिंचाई हमेशा शाम के समय करें
  • • खेत में जल निकासी की उचित व्यवस्था रखें

रोग और कीट प्रबंधन

मुख्य रोग

  • • पीला रस्ट (Yellow Rust)
  • • भूरा रस्ट (Brown Rust)
  • • काला रस्ट (Black Rust)
  • • पत्ती झुलसा (Leaf Blight)

मुख्य कीट

  • • माहू (Aphid)
  • • थ्रिप्स (Thrips)
  • • टर्मिनेलिया (Termites)
  • • गुजिया (Pink Bollworm)

मुख्य बातें:

  • • अपने क्षेत्र के लिए उपयुक्त किस्म का चुनाव करें
  • • समय पर बुआई करें और उचित बीज दर का प्रयोग करें
  • • संतुलित उर्वरक का प्रयोग करें
  • • नियमित निगरानी रखें और समय पर उपचार करें

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